लखनऊ। यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद विवाद में 24 नवंबर को सर्वे के दौरान भड़की हिंसा मामले में एक्शन जारी है। पिछले दिनों अचानक कांग्रेस सांसद राहुल गांधी संभल पहुंच गए थे। वहीं, इससे पहले समाजवादी पार्टी नेताओं ने चुपके-चुपके जेल में बंद आरोपियों से मुलाकात की थी।
पुलिस प्रशासन की कार्रवाई जारी
सपा नेताओं की जेल में बंद उपद्रवियों से मुलाकात को कानूनी रूप से सही नहीं बताया है। सरकार की तरफ से जारी 2 दिसंबर की मुलाकात मामले की जांच कराई गई। इस मामले में पहले दो अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी। अब जेल अधीक्षक को उनके पद से निलंबित करने का आदेश जारी किया गया है। दरअसल, संभल में 24 नवंबर को भड़की हिंसा में पांच लोगों की जान चली गई थी। वहीं, दर्जनों लोग घायल हुए थे। इसके बाद से लगातार प्रशासन और पुलिस की ओर से हिंसा मामले में कार्रवाई की जा रही है।
अधीक्षक के निलंबन की प्रशंसा
संभल हिंसा मामले में जेल में बंद उपद्रवियों से नियम के खिलाफ जाकर मुलाकात करना समाजवादी पार्टी नेताओं पर भारी पड़ रहा है। सपा नेता का उपद्रवियों से मुलाकात करने का मामला गहराता जा रहा है। इस मामले में सरकार ने मुरादाबाद के जेल अधीक्षक पीपी सिंह को उनके पद से हटा दिया है। जेलर विक्रम यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह भी इस मामले में पहले ही अपने पद से हटाए जा चुके हैं। जेल अधीक्षक के निलंबन की प्रशंसा की गई थी। जेल में बंद उपद्रवियों से सपा नेताओं की मुलाकात के मामले पर सरकार सख्त नजर आ रही है।
विभागीय स्तर पर जांच
मुलाकात का मामला सामने आने के बाद विभागीय स्तर पर जांच की जा रही है। इसमें पाया गया कि नियम को ताक पर रखकर समाजवादी पार्टी नेताओं की उपद्रवियों से जेल में मुलाकात कराई गई थी। इस मामले में जेल अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगे और उन्हें उनके पद से हटा दिया गया।