लखनऊ। प्रयागराज में हुए माफिया अतीक-अशरफ हत्याकांड मामले में एक बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि तीनों शूटरों ने 14 अप्रैल को ही अतीक को मारने की कोशिश की थी। परंतु वहां पर सुरक्षा घेरा देखकर सभी भाग खड़े हुए। वहीं शूटर सनी को बताया कि उसे दिल्ली से जिगाना गन मिली थी।
अतीक-अशरफ के आसपास की सुरक्षा देख शूटरों को उन्हें मारने का मौका नहीं मिल पाया था।
शूटर के उम्र पर बढ़ी उलझन
दूसरी तरफ प्रयागराज में हुए अतीक-अशरफ की हत्या में शामिल 3 आरोपियों में से एक आरोपी के नाबालिग होने की खबर सामने आई है। बता दें कि राशन कार्ड में बताया गया है कि आरोपी अरुण मौर्य का जन्म 1 जनवरी 2006 को हुआ था और वह 17 साल 3 महीने का है। अरुण के चाचा ने भी दावा किया है कि वह अभी नाबालिग है, उसे किसी ने गुमराह किया होगा। अगर अरुण सच में नाबालिग निकलता है तो उसे जेल से निकाल कर बाल सुधार गृह में डाला जाएगा।
15 को मारा गया था मोस्ट वांटेड माफिया
गौरतलब है कि 15 अप्रैल को माफिया अतीक और उसके छोटे भाई अशरफ की प्रयागराज में तीन हमलावरों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। पुलिस दोनों भाइयों को प्रयागराज के केल्विन अस्पताल में मेडिकल चेकअप के लिए लेकर जा रही थी। तभी तीन शूटरों ने उन्हें गोलियों से भून डाला, जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 13 अप्रैल को झांसी में UPSTF ने एनकाउंटर में अतीक के बेटे असद को मार गिराया था।