लखनऊ। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी यूपी के हाथरस पहुंचे। उन्होंने यहां पर साल 2020 में सामने आए रेप मामले की पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हुए। नेता प्रतिपक्ष के हाथरस पहुंचने की खबर से एक बार फिर हाथरस का वह मूलगादी गांव और चंद्रपा थाना […]
लखनऊ। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी यूपी के हाथरस पहुंचे। उन्होंने यहां पर साल 2020 में सामने आए रेप मामले की पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हुए। नेता प्रतिपक्ष के हाथरस पहुंचने की खबर से एक बार फिर हाथरस का वह मूलगादी गांव और चंद्रपा थाना चर्चा का विषय बन गया है।
जहां की 4 साल पहले एक दलित बेटी की मौत ने प्रदेश और देश में सियासी भूचाल ला दिया था। इससे पहले राहुल गांधी प्रियंका गांधी के साथ 24 नवंबर को संभल हिंसा में मारे गए पांच लोगों के परिवारों से मुलाकात की थी। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने राहुल गांधी की हाथरस यात्रा पर तंज कसा। तंज कसते हुए कहा, “राहुल गांधी हताश हैं, उन्हें यह भी नहीं पता कि हाथरस मामले की CBI जांच हो चुकी है और मामला कोर्ट में जारी है। कभी उन्हें संभल जाना है, कभी अलीगढ़ जाना है।
यूपी इंफ्रास्ट्रक्चर, कानून-व्यवस्था के मामले में सबसे बेहतर राज्य बनने की ओर आगे बढ़ रहा है। वे यहां अराजकता की आग भड़काना चाहते हैं और लोगों को उकसाना चाहते हैं।” 14 सितंबर 2020 को हाथरस के बूलगढ़ी गांव में 19 साल की एक दलित युवती जख्मी अवस्था में मिली थी। पीड़िता अपनी मां और भाई के साथ स्थानीय चंदपा थाने पहुंचती है, थाने में पीड़िता के भाई ने आरोप लगाया कि गांव के संदीप ने उसकी बहन का रेप किया है। बिगड़ती हालत देख पीड़िता को सीएचसी ले जाया गया,
जहां से पीड़िता को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया। इस घटना में शिकायत 15 सितंबर को दर्ज हुई, जिसमें लिखा गया कि पीड़िता अपनी मां के साथ चारा काटने गई थी, तभी गांव के संदीप ने आकर उसे घसीटा और गला दबाकर उसे मारने की कोशिश की। पुलिस ने भी इसे पारिवारिक विवाद बताया और दावा किया कि जल्द आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।
इस मामले में तब तूल पकड़ा, जब घटना के 5 दिन बाद 19 सितंबर को पीड़िता ने बयान दिया कि संदीप के साथ दो अन्य लड़के भी शामिल थे। उसके साथ छेड़छाड़ भी की गई और उसकी जबान भी काटी गई।