लखनऊ: संभल में हुई हिंसा को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में पुलिस और प्रशासन को उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए थे. सीएम योगी ने कहा कि उपद्रवियों की पहचान के लिए सार्वजनिक स्थानों पर उनके पोस्टर लगाए जाएंगे. वहीं अब इस मामले में सपा महासचिव रामगोपाल यादव का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले संभल में डीएम और एसपी के पोस्टर लगने चाहिए।
अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं
सीएम योगी ने कहा कि चाहे गौतमबुद्ध नगर हो, अलीगढ़ हो या संभल या कोई अन्य जिला, किसी को भी अराजकता फैलाने की इजाजत नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा, ”जिस सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है उसकी मरम्मत का खर्च उपद्रवियों से ही वसूला जाएगा. अराजकता फैलाने वालों की पहचान कर, संभल में जगह-जगह पर उनके पोस्टर लगाएं, जनता का सहयोग लें, सघन तलाशी करें, एक भी उपद्रवी को छोड़ा नहीं जाएगा।”
24 नवंबर को संभल में मचा था बवाल
बता दें कि 24 नवंबर को संभल जिले में स्थानीय अदालत के आदेश पर शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे. घायलों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. पुलिस ने हिंसा मामले में ढाई हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनमें संभल से सपा के सांसद जिया उर रहमान बर्क और संभल के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल शामिल हैं।
राहुल गांधी अड़े थे संभल जाने के लिए
बता दें कि बीते बुधवार को जब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी संभल के लिए निकले तो उन्हें गाजियाबाद में ही रोक लिया गया और आगे नहीं जाने दिया गया. राहुल गांधी ने प्रशासन के सामने शर्त रखी कि वह पुलिस की गाड़ी में अकेले चलेंगे, लेकिन फिर भी राहुल को जाने की इजाजत नहीं दी गई. इससे पहले सपा प्रतिनिधिमंडल को भी संभल नहीं जाने दिया गया था .