लखनऊ। माफिया अतीक अहमद की मौत के बाद उसके बारे में कई अहम खुलासे हो रहे है। ताजा जानकारी सामने आई है कि अतीक चुनाव लड़ने के लिए, बड़े बिल्डर्स और बड़े-बड़े कारोबारियों से चुनाव टैक्स लेता था। बताया जा रहा है कि अतीक के चुनाव लड़ने पर गुंडा टैक्स वसूली पर्ची जारी होती थी। इसमें दो तरह की पर्चियां जारी की जाती थीं। पर्चियां ₹3 लाख से लेकर ₹5 लाख तक की रहती थी। गुलाबी पर्ची का रेट 3 लाख तो सफेद पर्ची का रेट ₹5 लाख से ऊपर था। कैश के साथ-साथ पैसे एकाउंट में भी जमा कराए जाते थे।
अतीक का परिवार खत्म?
मालूम हो कि उमेश पाल हत्याकांड में नामजद आरोपी अतीक और अशरफ की शनिवार रात को तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मेडिकल जांच के लिए अस्पताल जा रहे अतीक और अशरफ की सरेआम हत्या कर दी गई। उस दौरान मौके पर मीडियाकर्मी भी मौजूद थे। इससे पहले झांसी में 13 अप्रैल को असद एनकाउंटर में मारा गया था। माफिया के परिवार के तीन लोग मारे जा चुके हैं।
माफियाओं की अब खैर नहीं
माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद यूपी पुलिस ने अपराधियों की एक लिस्ट तैयार कर ली है। इस लिस्ट में 61 नाम शामिल हैं। ये उन लोगों का नाम हैं, जिनके ऊपर हत्या, अपहरण, अवैध शराब कारोबार, अवैध संपत्ति कब्जाने आदि का आरोप लगा हुआ हैं। अब यूपी पुलिस इन लोगों को अपने गिरफ्त में लेने वाली है। इन सभी गैंग के ऊपर कार्रवाई की जायेगी और उनकी सभी अवैध संपत्तियों को जब्त कर लिया जाएगा।