लखनऊ। जरौली फेस-1 इलाके में आंख वाली टॉफी खाने से बीते दिन 5 साल के बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे की पहचान अन्वित के रुप में हुई है। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव का पिपौरी गांव में अंतिम संस्कार कर दिया है। आइए जानते हैं आंख वाली टॉफी का सच?
सांस लेने में हुई दिक्कत
जरौली फेस-1 के निवासी सोफा कारीगर राहुल कश्यप के परिवार में बीते दिन मातम छा गया। इस परिवार में एक मासूम की जान चली गई। इस परिवार में राहुल, उसकी पत्नी सोनालिका, बेटी अनन्या, बेटा अन्वित, पिता ओम प्रकाश और मां मीरा रहती हैं। राहुल ने बताया कि बीती शाम बच्चा घर के सामने परचून की दुकान से किंडर जॉय जैसा दिखने वाला फ्रुटोला कंपनी का 3डी आई सॉफ्ट नाम की टॉफी खरीदकर लाया था।उसे खाने के कुछ देर बाद उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी।
गले में टॉफी फंस गई थी
बच्चे ने घरवालों को बताया कि उसके गले में आंख वाली टॉफी फंस गई है। उसे पानी पिलाया, लेकिन उसका कुछ फायदा नहीं हुआ। जिसके बाद उसे पास के दो निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां से दूसरी जगह ले जाने को कहा गया। आखिर में परिवार वाले बच्चे को रीजेंसी अस्पताल ले गए, पर उस समय तक बच्चे ने अपना दम तोड़ दिया और उसकी मौत हो गई। चौकी प्रभारी दीपक गिरी ने घटना की पुष्टी करते हुए बताया कि घटना की जानकारी सोमवार को मिली। परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया।
जान जाने से बहुत दुखी हैं- दुकानदार
पुलिस ने कहा कि यदि इस मामले में कोई शिकायत मिलती है तो मामले की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, दुकानदार मीनाक्षी देवी ने बताया कि पहले भी 6 बच्चे इस टॉफी को खरीदकर ले गए थे, लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ। बच्चे की जान जाने से बहुत दुखी है।