लखनऊ: हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भैया दूज मनाया जाता है. इस पर्व को हम यम द्वितीया के नाम से भी जानते हैं। इस पर्व को भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना गया है. इस दिन सभी बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाती हैं, उन्हें नारियल देती हैं और भाई अपनी बहनों के लिए खूब गिफ्ट लेकर आते हैं.
यमुना से जुड़ी है इस पर्व की मान्यता
इस पर्व के संबंध में मान्यता है कि इस दिन यमुना ने अपने भाई यम को आदरपूर्वक भोजन कराया था। यमराज के अनुसार जो व्यक्ति इस दिन यमुना में स्नान करके यमराज की पूजा करेगा, उसे मृत्यु के बाद यमलोक नहीं जाना पड़ेगा। सूर्य की पुत्री यमुना को सभी दुखों को दूर करने वाली माना जाता है। यह भी माना जाता है कि इस दिन यम की पूजा करने से मनोवांछित फल मिलता है।
ये रहेगा शुभ मुहूर्त
इस साल भाई दूज के मौके पर भाई को तिलक लगाने का शुभ समय दोपहर 1:10 बजे से शुरू होकर 3:22 बजे खत्म होगा. यह शुभ मुहूर्त कुल 2 घंटे 12 मिनट तक रहने वाला है।
भाई दूज पर चौघड़िया मुहूर्त
लाभ – उन्नति: 09:19 पूर्वाह्न से 10:41 पूर्वाह्न
अमृत – सर्वोत्तम: 10:41 पूर्वाह्न से 12:04 अपराह्न
शुभ – उत्तम: 01:26 अपराह्न से 02:48 अपराह्न
शुभ – उत्तम: 05:33 अपराह्न से 07:11 अपराह्न
अमृत – सर्वोत्तम: 07:11 अपराह्न से 08:49 अपराह्न