Wednesday, October 23, 2024

Rohini Fast: 21अक्टूबर को मनाया जाएगा रोहिणी व्रत, जाने शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

लखनऊ। रोहिणी व्रत जैन समुदाय के लोगों के लिए बहुत खास माना जाता है। यह जैन धर्म के लोगों के पवित्र व्रतों में से एक है। इस व्रत को करने से श्रद्धालुओं को कई लाभ मिलते है। रोहिणी व्रत उस दिन मनाया जाता है, जब सूर्योदय के बाद रोहिणी नक्षत्र पड़ता है। रोहिणी व्रत हर महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है। इस व्रत को महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-शांति के लिए किया जाता है।

व्रत का शुभ मुहूर्त

पंचांग के मुताबिक रोहिणी व्रत 23 सितंबर 2024 को सोमवार के दिन रखा जाएगा। इस दिन पूजा के करने के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 40 मिनट से शुरु होगा। जो 12 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगा। इस व्रत को लगातार 3, 5 और 7 सालों तक करने का विधान है। फिर इसके बाद रोहिणी व्रत का उद्यापन किया जाता है। जैन धर्म में रोहिणी व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इस दिन महिलाएं अपने पति को लंबी आयु के लिए भी व्रत करती है। इस व्रत करने से जीवन में हर तरह की खुशी प्राप्त होती है।

व्रत की पूजा विधि

रोहिणी व्रत के दिन सुबह जल्दी उठे और सारे काम करके जल्दी स्नान कर लें।

अगर संभव हो तो पानी में कुछ गंगाजल की बूंदे मिलाकर नहाएं।

नहाने के बाद व्र का संकल्प करें। सूर्यदेव को जल से अर्घ्य दें।

मंदिर की अच्छी से सफाई करें, इस दिन भगवान वासुपूज्य की पूजा की जाती है।

इस दिन वासुपूज्य की विधि-विधान से पूजा करते है।

पूजा के दौरान भगवान को फल,फूल और धूपबत्ती या अगरबत्ती और दूर्वा को अर्पित करें।

शाम को सूर्यास्त के समय पहले पूजा-पाठ करने के बाद फलों का सेवन करें।

इस व्रत में रात को भोजन नहीं किया जाता, इसलिए पूजा-पाठ करने के बाद व्रत का पारण करें।

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