लखनऊ: बहराइच हिंसा मामले पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, ”हथियार बरामदगी के आरोप में गिरफ्तार पांच आरोपियों को जब पुलिस भारत-नेपाल सीमा के पास ले जा रही थी, तभी दो आरोपियों ने भागने की कोशिश की. भागने की कोशिश में उन्हें गोली मार दी गई.”
DGP प्रशांत ने आगे बताया
उन्होंने आगे बताया इस दौरान “आरोपी मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हो गये. अब्दुल हमीद, फहीम और अब्दुल अफजल को गिरफ्तार कर लिया गया। कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।”
अखिलेश यादव ने बताई योगी सरकार की नाकामी
बहराइच एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, “लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और ये घटनाएं सरकार की नाकामी के कारण हो रही हैं। सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही हैं। एनकाउंटर, हाफ एनकाउंटर, और भी कई कई परिभाषाएं हैं जो सरकार ने बनाई है।
एनकाउंटर को बढ़ावा देना योगी सरकार का काम
सपा मुखिया ने आगे कहा, “अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा होता… यह प्रशासनिक विफलता थी कि जब वहां (बहराइच) कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाए?… एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है… यह कहां की न्याय व्यवस्था है?… “
ये है मामला
बता दें कि दो दिनों तक चली इस हिंसा की शुरुआत मूर्ति विसर्जन के दौरान पथराव से हुई थी. जिसमें राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मुठभेड़ के बाद बहराइच में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है