लखनऊ। आज विजयादशमी कार्यक्रम पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) संघ मुख्यालय नागपुर में इस कार्यक्रम को लेकर खास तैयारियां की जाती है। हर संघ सदस्य के लिए दशहरे का दिन कई मायनों से खास होता है, क्योंकि विजयादशमी के दिन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी।
दशमी के मौके पर शास्त्रों की पूजा
संघ की स्थापना 1925 में दशहरा के दिन हुई थी। दशमी के मौके पर शस्त्रों की पूजा की जाती है। इस दौरान संघ के सदस्य पूरे विधि-विधान से शस्त्रों की पूजा करते हैं। दशहरे के मौके पर 9 दिनों की उपासना के बाद 10वें दिन विजय कामना के साथ हथियारों की पूजा की जाती है। विजयादशमी पर शक्ति रुपा मां दुर्गा, काली की पूजा के साथ शस्त्रों की पूजा हिंदू धर्म में लंबे समय की जा रही है। RSS हर साल हथियारों की विधि विधान से पूजा करता है।
शस्त्रों को धारण करने की सलाह
संघ का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और नागरिक समाज के मूल्यों को बनाए रखना, समाज सेवा और सुधार के कार्य करना, RSS की सबसे छोटी इकाई शाखा होती है। जहां स्वयंसेवक प्रतिदिन इकट्ठे होकर शारीरिक प्रशिक्षण और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। बता दें कि सनातन धर्म के देवी-देवताओं की ओर से धारण किए गए शस्त्रों का जिक्र करते हुए एकता के साथ ही अस्त्र-शस्त्र धारण करने की सलाह दी जाती है।