लखनऊ: त्योहारों से पहले उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने अपने मातहतों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. डीजीपी ने माहौल बिगाड़ने और भड़काऊ भाषण देने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. वीसी के माध्यम से डीजीपी ने अपने अधीनस्थों को उन स्थानों की पहचान करने का आदेश दिया, जहां पिछले वर्षों में डकैती, चोरी और अन्य बड़े अपराध हुए हैं।
त्योहारों को देखते हुए अधिकारियों से की बात
आगामी त्योहारों को देखते हुए डीजीपी ने अपने अधीनस्थों को कलेक्टर की मदद से सभी महत्वपूर्ण लोगों जैसे धार्मिक नेताओं, सामाजिक संगठनों, व्यापारिक संगठनों, औद्योगिक और चिकित्सा संघों से बात करके सही माहौल बनाए रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी कमिश्नरेट और सभी जिलों में छोटे-बड़े धार्मिक आयोजनों में आने वाली भीड़ का आकलन करने के साथ ही उन स्थानों पर सही संख्या में पुरुष और महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने के भी निर्देश दिये हैं.
मिशन शक्ति को लेकर हुई चर्चा
डीजीपी ने नवरात्र में शुरू होने वाले मिशन शक्ति अभियान के पांचवें चरण को लेकर भी अपने मातहतों से बात की. उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए थानों में महिला बीट प्रणाली को और मजबूत किया जाए तथा महिला आरक्षियों की क्षमताओं का बेहतर उपयोग किया जाए।
समय पर कार्यालय पहुंचने का दिया निर्देश
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से समय पर कार्यालय पहुंचने और जनता की शिकायतें प्राथमिकता पर सुनने को भी कहा। साथ ही जन प्रतिनिधियों द्वारा प्राप्त शिकायतों को प्राथमिकता से सुना जाए तथा जन प्रतिनिधियों से लगातार संवाद बनाए रखा जाए।
इन जगहों पर रखा जाएगा अधिक नजर
डीजीपी ने कहा कि त्योहारों के मद्देनजर रामलीला, दुर्गा प्रतिमा पंडालों, विसर्जन स्थलों, जुलूसों और रावण पुतला दहन के स्थानों को चिन्हित किया जाए और जिन स्थानों पर विवाद हो उसका तुरंत समाधान किया जाए. वरिष्ठ अधिकारियों को भी इन स्थानों का दौरा करना चाहिए।