लखनऊ: मेरठ में भ्रष्टाचार और लापरवाही मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है. इस मामले में मेरठ की पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन ने एक-दो नहीं बल्कि पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. ईशा दुहन की इस हरकत से भ्रष्टाचार और लापरवाही में लिप्त अधिकारियों की नींद उड़ गई। कई […]
लखनऊ: मेरठ में भ्रष्टाचार और लापरवाही मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है. इस मामले में मेरठ की पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन ने एक-दो नहीं बल्कि पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. ईशा दुहन की इस हरकत से भ्रष्टाचार और लापरवाही में लिप्त अधिकारियों की नींद उड़ गई।
बताया जा रहा है कि अब पीवीवीएनएल एमडी के निशाने पर कई और अधिकारी हैं. इन अधिकारियों पर कथित भ्रष्टाचार और काम में लापरवाही का भी आरोप लग रहा है. पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन की इस सख्त कार्रवाई की खूब चर्चा हो रही है.
दरअसल, हापुड़ के संविदा कर्मचारी हिमांशु ने बिजली मीटर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए न तो उच्च अधिकारियों से अनुमति ली और न ही उन्हें सूचित किया. संविदाकर्मी पर कथित तौर पर रिश्वत लेने का भी आरोप है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
अधीक्षण अभियंता हापुड़ अवनीश कुमार को कार्रवाई के लिए कहा गया, लेकिन अधीक्षण अभियंता ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा टेंडरों में भी खेल किया जा रहा था। पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन ने लगातार लापरवाही और आदेशों का उल्लंघन करने पर हापुड़ के अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार को निलंबित कर दिया।
पीवीवीएनएल एमडी ईशा दुहन ने आरोपी संविदाकर्मी हिमांशु की सेवा समाप्त कर दी है. इसके अलावा उन्हें ब्लैकलिस्ट भी कर दिया गया है. उन्होंने संविदा कर्मी हिमांशु के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया है।
इसके अलावा विद्युत वितरण खंड प्रथम, हापुड के उपखंड अधिकारी देवेन्द्र कुमार को अवैध केबल लाइन के निर्माण के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि उपखण्ड अधिकारी देवेन्द्र कुमार ने इसके लिए बड़ी डील की थी। इस कतार में और भी अधिकारी का नाम शामिल है।