लखनऊ: याद है 2 अक्टूबर 1969, महात्मा गांधी का 100वां जन्मदिन. ये वो तारीख है जब पहली बार महात्मा गांधी की तस्वीर वाला नोट जारी किया गया था. इसमें गांधी जी को बैठे हुए दिखाया गया था. नोट पर पीछे सेवाग्राम आश्रम छपा हुआ था। आज 2 अक्टूबर 2024 है. महात्मा गांधी का 155वां जन्मदिन. ऐसे में आइए जानते हैं कि हमारे पास मौजूद नोटों में महात्मा गांधी की तस्वीर कैसे आई?
आजादी के 40 वर्ष बाद आया नोटो पर बापू की तस्वीर
बता दें कि आजादी के बाद भी करीब चालीस साल तक सभी नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर नहीं थी. 1996 में नोटों की नई सीरीज आई और इसके बाद ही करेंसी पर महात्मा गांधी की तस्वीर छपने लगी.
1949 में सबसे पहले 1 रुपए का नोट छपा
भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली, लेकिन 26 जनवरी 1950 को यह गणतंत्र बना यानी आधिकारिक तौर पर आजादी मिली। तब तक रिजर्व बैंक केवल चालू मुद्रा नोट जारी कर रहा था। रिजर्व बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, सरकार ने सबसे पहले 1949 में 1 रुपये के नोट का नया डिजाइन तैयार किया था. उस वक्त नोटों पर ब्रिटेन के महाराजा की तस्वीर छपती थी.
नोटों पर बापू की तस्वीर की मांग
एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस वक्त इस बात पर सहमति बनी थी कि नोटों पर ब्रिटेन के महाराजा की जगह महात्मा गांधी की तस्वीर छापी जाएगी, लेकिन बाद में फैसला लिया गया कि नोटों पर अशोक स्तंभ की तस्वीर छापी जाएगी.
बापू की जगह अशोक स्तंभ की तस्वीर छपी
मालूम हो कि 2, 5, 10 और 100 रुपये के नोट पहली बार 1950 में छापे गए थे। इन सभी नोटों पर अशोक स्तंभ की तस्वीर छपी थी। 1953 में नोटों पर हिंदी प्रमुखता से छापी जाने लगी. इसके बाद 1954 में फिर से एक हजार, दो हजार और 10 हजार रुपये के नोट जारी किए गए लेकिन 1978 में इन्हें बंद कर दिया गया, यानी इन्हें चलन से बाहर कर दिया गया।
किस प्रकार आई बापू की तस्वीर?
1972 में रिजर्व बैंक ने 20 रुपये का नोट जारी किया और 1975 में 50 रुपये का नोट जारी किया. फिर 80 के दशक में नोटों की नई सीरीज जारी की गईं. 1 रुपए के नोट पर तेल का कुआं छपा था, 2 रुपए के नोट पर आर्यभट्ट का उपग्रह छपा था, 5 रुपए के नोट पर ट्रैक्टर से खेत जोतता किसान छपा था और 10 रुपए के नोट पर कोणार्क मंदिर चक्र, मोर और शालीमार गार्डन छपा था। यह वह दौर था जब अर्थव्यवस्था बढ़ रही थी और लोगों की क्रय शक्ति भी बढ़ रही थी। इसलिए रिजर्व बैंक ने 500 रुपये का नोट जारी किया. इस पर महात्मा गांधी की तस्वीर छपी थी. वॉटरमार्क में अशोक स्तंभ रखा गया था.
1996 में नए करेंसी जारी
1996 में रिज़र्व बैंक ने कई सुरक्षा सुविधाओं के साथ ‘महात्मा गांधी श्रृंखला’ के नए मुद्रा नोट जारी किए। वॉटरमार्क भी बदले गए. इसमें ऐसा फीचर भी जोड़ा गया, जिससे अंधा भी नोट को आसानी से पहचान सके.
मौजूदा समय में सभी नोटों पर गांधी जी
9 अक्टूबर 2000 को आरबीआई ने एक हजार रुपये का नोट जारी किया था. 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी हुई थी. महात्मा गांधी सीरीज के 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद दो हजार रुपये का नोट लाया गया. इसमें गांधीजी की तस्वीर भी छपी थी.
नोट पर जो बापू की तस्वीर है, वो कब की है?
यह सवाल अक्सर मन में आता है कि नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर कब छपती है? यह तस्वीर 1946 में ली गई थी। यह तस्वीर तब ली गई थी जब महात्मा गांधी लॉर्ड फ्रेडरिक पेथिक लॉरेंस के साथ विक्ट्री हाउस आए थे।गांधी जी की जो तस्वीर लगाई गई है, उसमें वह पेथिक लॉरेंस के साथ खड़े हैं. इस तस्वीर में गांधीजी की मुस्कान साफ नजर आ रही थी, इसलिए इसे नोट पर छापने के लिए चुना गया।