Wednesday, October 2, 2024

Ayodha Case: DNA रिपोर्ट मैच ना होने पर भी नहीं होगी मुश्किले कम, आरोप साबित करने के लिए पीड़िता का बयान काफी

लखनऊ। अयोध्या में नाबालिग से रेप के मामले में समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान की DNA रिपोर्ट पीड़िता से मैच नहीं हुई। मोईद के नौकर राजू खान का सैंपल मैच हो गया है। इसके बावजूद इस मामले में सपा नेता की मुश्किले कम होने का नाम ही नहीं ले रही है।

महिला का अश्लील वीडियो बनाया

इसका कारण पीड़िता का दिया गया बयान बताया जा रहा है। जिसमें पीड़िता ने राजू और मोईद दोनों का नाम लिया था। नाबालिग पीड़िता के बयान के मुताबिक सपा नेता मोईद खान और नौकर राजू पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। पीड़िता ने दावा किया है कि मोईद ने उसका एमएमएस भी बनाया है। जिसके बाद से ब्लैकमेल पीड़िता को ब्लैकमेल किया जाने लगा। वकील के मुताबिक पॉक्सो के मामले में नाबालिग का बयान ही बहुत जरूरी होता है।

पीड़िता का बयान काफी है

लड़की ने मजिस्ट्रेट के सामने जो बयान दिया है। उसमें दोनों का नाम लिया गया है। कानूनी जानकारों के मुताबिक यदि कोर्ट में भी पीड़िता अपने बयान पर कायम रहती है, तो मोईद खान भी इस मामले में आरोपी बना रहेगा। DNA मैच नहीं होने से ये साबित नहीं होता कि मोईद इस मामले में आरोपी नहीं है। इससे गैंगरेप की संभावना समाप्त नहीं होती है। उसे आरोपी साबित करने के लिए पीड़िता का बयान ही काफी है।

बयान में लिया दोनों का नाम

नाबालिग पीड़िता ने अपने बयान में आरोप लगाया है कि मोईद खान ने उसका रेप किया और बाद में नौकर राजू ने भी उसका रेप किया था। इस स्थिति में राजू से भ्रूण का डीएनए मिला है। ऐसे में गैंगरेप का आरोप और भी सही साबित हो जाता है। हालांकि अगर मोईद खान ये साबित कर पाता है कि वो घटना के समय मौजूद नहीं था तो उसे कुछ हद तक राहत जरूर मिल सकती है।

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