लखनऊ: लद्दाख को 6ठी अनुसूची का दर्जा देने की सैकड़ों लोगों की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी तक मार्च करने वाले जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक समेत लद्दाख के 120 से अधिक लोगों को दिल्ली पुलिस ने शहर की बॉर्डर पर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
धारा 163 लागू के कारण हुई कार्रवाई
दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, वांगचुक समेत हिरासत में लिए गए लोगों को अलीपुर और शहर की सीमा से लगे अन्य पुलिस स्टेशनों में ले जाया गया है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि वांगचुक और अन्य लोग सीमा पर रात बिताना चाहते थे. दिल्ली में धारा 163 लागू होने के कारण पहले तो उन्हें वापस जाने को कहा गया, लेकिन जब वे नहीं रुके तो सीमा पर पहले से तैनात पुलिसकर्मियों ने वांगचुक समेत करीब 120 लोगों को हिरासत में ले लिया.
मामले पर बरसे अखिलेश यादव
इस मामले पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है. कन्नौज सांसद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि “जो लोग शांति से डरते हैं, वे अंदर से डरे हुए लोग हैं। पर्यावरणविद् और लद्दाख समर्थक सोनम वांगचुक जी की शांतिपूर्ण दिल्ली यात्रा को बाधित करके भाजपा सरकार कुछ हासिल नहीं कर सकती। अगर केंद्र सरहद की आवाज नहीं सुनता तो यह उसका राजनीतिक बहरापन ही कहा जायेगा.”
गिरफ्तारी से पहले पोस्ट की थी बॉर्डर की तस्वीर
बता दें कि अपनी हिरासत से कुछ समय पहले इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में वांगचुक ने दिल्ली सीमा से तस्वीरें साझा की थीं, जहां भारी पुलिस उपस्थिति के बीच उनकी बसों को रोक दिया गया था। वीडियो में पर्यावरण कार्यकर्ताओं को पुलिस अधिकारियों से बात करते देखा जा सकता है. वांगचुक ने अपनी पोस्ट में कहा कि उनकी बसों के साथ दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की कई गाड़ियां चल रही थीं.
पीछा कर रही थी बस
इस दौरान वांगचुक ने कहा कि शुरू में उन्हें लगा कि राष्ट्रीय राजधानी के करीब पहुंचने पर ये बसें उनकी सुरक्षा के लिए उनका पीछा कर रही हैं, लेकिन बाद में यह स्पष्ट हो गया कि उन्हें हिरासत में लिया जाएगा।