लखनऊ। हाल ही मथुरा के वृंदावन रोड स्टेशन के पास मालगाड़ी के पटरी से उतरने की खबर सामने आई। हादसे के तीसरे दिन शुक्रवार को भी रेल यातायात पटरी पर नहीं लौट सकी। शुक्रवार शाम 5 बजे दिल्ली का अप व डाउन ट्रैक संचालित तो हो गया, लेकिन यात्रियों को घंटों तक ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा।
अवध एक्सप्रेस 12 घंटे की देरी से पहुंची
24 ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही है। अवध एक्सप्रेस 12 घंटे तो सचखंड एक्सप्रेस 7 घंटे की देरी से अपने गंतव्य स्थान पर पहुंची। स्टेशनों पर यात्रियों को परेशान होना पड़ा। 250 से ज्यादा यात्रियों ने अपनी टिकट भी कैंसिल करवा ली। बुधवार की शाम साढ़े 8 बजे कोयले से लदी मालगाड़ी के 22 डिब्बे पटरी से बेपटरी गए थे। हादसे के कारण आगरा-दिल्ली रेलमार्ग की चारों लाइनें प्रभावित हो गई थीं।
कई ट्रेनें देर से पहुंची
रेलवे ने बृहस्पतिवार की शाम को 2 लाइनों से यातायात शुरू कर दिया था, लेकिन दिल्ली का अप व डाउन रेल मार्ग शुक्रवार शाम 5 बजे ही सुचारु हो पाया। इस कारण आगरा पहुंचने वाली ट्रेनें घंटों की देरी से गंतव्य स्थान पर पहुंची। आगरा कैंट पर मथुरा के विपिन कुमार ने बताया कि वह परिवार के साथ ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। ट्रेनें बहुत देरी से चल रही हैं। कमला नगर के दीपक खंडेलवाल का कहना था कि भोपाल एक्सप्रेस से जाना था लेकिन ट्रेन लेट है।
देरी से पहुंचे अपने स्थान पर
अवध एक्सप्रेस 12 घंटे,पातालकोट 1.25 घंटे, झेलम 1.30 घंटे, जन शताब्दी तीन घंटे, महाकौशल 4.05 घंटे, उत्कल एक्सप्रेस 4 घंटे, श्रीधाम एक्सप्रेस साढ़े तीन घंटे की देरी से आगरा कैंट स्टेशन पर पहुंचीं है। उधमपुर-दुर्ग स्पेशल सुपरफास्ट 4.44 घंटे, आंबेडकर नगर समर स्पेशल साढ़े 8 घंटे, माता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस 3 घंटे , मदुरई- चंडीगढ़ एक्सप्रेस 6.13 घंटे की देरी से अपने स्थान पर पहुंचीं।
मामले में आसपास के लोगों से पूछताछ
मालगाड़ी हादसे के बाद रेलवे ने शुक्रवार को तीसरे दिन शाम 5 बजे तक चारों ट्रैकों पर यातायात सुचारू करने का दावा किया है। पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव का कहना है कि आगरा-दिल्ली का डाउन ट्रैक दोपहर 2:30 बजे तो अप ट्रैक को शाम 4:30 बजे चालू कर दिया गया। हादसे की जांच की जा रही है। फिलहाल टीमें किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी हैं। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की गई है।