लखनऊ : यूपी के जौनपुर में रिश्वत या घूस में हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग को लेकर एक चपरासी की चिट्ठी इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. जिसमें जिलाधिकारी से इसको लेकर शिकायत की गई है. जिस पर भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने अपने अंदाज में हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये तो चपरासी के साथ अलग ही अन्याय हो रहा है.
नेहा सिंह राठौर ने एक्स पर पोस्ट की
बात दें कि नेहा सिंह राठौर ने चपरासी द्वारा लिखी वायरल चिट्ठी को अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट की और इस पर चुटकी लेते हुए कहा- ‘क्या ये ख़बर सच है कि घूस में हिस्सेदारी न मिलने पर चपरासी ने ज़िलाधिकारी से न्याय की ग़ुहार लगायी है? अगर सच है तो मैं चपरासी के साथ हो रहे इस अन्याय का विरोध करती हूँ. ज़िलाधिकारी जी से निवेदन है कि प्रार्थी को उसका हक़ अविलंब दिलाया जाय.’ मिल बांट कर खाना चाहिए।
चपरासी ने चिट्ठी में लिखी ये बात
जिला अधिकारी को लिखी वायरल पत्र में लिखा है कि ‘प्रार्थी राजा राम यादव प्राइवेट चपरासी हू. सारा घूस का पैसा अधिवक्ताओं और जनता से वसूलते हैं. मेरे नीचे अविनाश यादव और अजीत यादव हैं. हम लोग लगातार झगड़ा कर मारपीट कर घूस का पैसा वसूलते हैं. अत: श्रीमान जी सभी प्राइवेट चपरासी को 1000 रुपये प्रतिदिन मिलता है. मुझे नायाब तहसीलदार 500 रुपये ही देते हैं. मेरा पैसा बढ़ाया जाए.’
जानें पूरा मामला
दरअसल, शाहगंज तहसील के नायब तहसीलदार कार्यालय में प्राइवेट कर्मचारी के तौर पर काम करने का दावा करने वाले राजाराम यादव नाम के युवक ने जिला अधिकारी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें रिश्वत में पूरा हिस्सा नहीं मिलता है. उन्होंने आरोप लगाया कि वह अपने दो अन्य साथियों के साथ शाहगंज नायब तहसीलदार के कार्यालय में रोजाना रिश्वत वसूलते हैं। लेकिन, शाम को जब रिश्वत की रकम बांटी जाती है तो नायब तहसील सभी को 500-500 रुपये देकर भगा देते हैं.
1000 रुपए रोज मिलने चाहिए
राजाराम ने अपने पत्र में यह भी कहा कि उन्हें जो 500 रुपये मिलते है वह बहुत कम है. उन्हें कम से कम 1000 रुपये प्रतिदिन मिलना चाहिए, तभी बात बनेगी. यह पत्र डीएम कार्यालय पहुंचा तो हड़कंप मच गया। तत्काल जांच एसडीएम शाहगंज को सौंपी गई। अब उन्होंने नायब तहसीलदार से इस मामले की पूर्ण जानकारी मांगी है।