लखनऊ : पश्चिम बंगाल विधानसभा में आज मंगलवार, 3 सितंबर को दुष्कर्म के विरोध में विधेयक पेश हुआ है. पेश किए गए विधेयक में दोषी को फांसी की सजा का प्रावधान है. इस दौरान विधानसभा में पश्चिम बंगाल के मुखिया ममता बनर्जी ने कहा, “बलात्कार के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान हो, ये समाज के लिए जहर है. जब भी इस प्रकार की घटना होती है तो मैं खुद अपनी कलम से लिखती हूं. जब कोलकाता में हादसा हुआ तब भी मैंने अपने वर्ड्स को कलमबद्ध किया था.”
सदन में महिला सुरक्षा पर जमकर बोली ममता
पश्चिम बंगाल की मुखिया ममता बनर्जी ने सदन में कहा, “43 वर्ष पहले इसी दिन 1981 में, संयुक्त राष्ट्र ने महिलाओं के हक की सुरक्षा के लिए ‘महिलाओं के खिलाफ सभी तरह के भेदभाव के उन्मूलन पर सम्मेलन’ के लिए एक टीम बनाई थी… मैं नागरिक समाजों से लेकर स्टूडेंट्स तक सभी का अभिनंदन करती हूं, जो महिला रक्षा के लिए आवाज उठा रहे हैं.”
ममता ने कहा कोर्ट सत्ताधारी के हाथ में है
ममता बनर्जी ने इस दौरान कहा कि न्यायालय हमारे हाथ में नहीं है, कोर्ट उनके हाथ में है जो सत्ता में बैठे हैं. बंगाल में कामदुनी मुद्दे पर जो भी विपक्ष कर रहा है, उसको जवाब देना हमारा भी हक है. विपक्षी दलों के नेता कह रहे है कि रेप मामले में जिम्मेदारी किसकी है? मैं समझती हूं कि विपक्ष जितने भी कागज लेकर आया है… विशेष तौर पर न्यूज़ आर्टिकल जिसमें बहुत सारे फेक समाचार भी शामिल हैं। मैं उसकी जांच करवाना चाहती हूं.