लखनऊ। प्रयागराज शहर में बारिश और बाढ़ लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही हैं। निचले इलाकों में पानी भर जाने से लोगों को अपना अशियाना छोड़कर किसी दूसरी जगह जाने को मजबूर हो रहे हैं। करेली के जेके कॉलोनी, ऐनुद्दीनपुर, गड्ढा कॉलोनी, जेके समेत कई इलाकों में पांच-पांच फीट तक पानी भर गया है।
जल में डूबे कई मकान
प्रयागराज जिले में गंगा और यमुना नदी का जलस्तर में वृद्धि होने के कारण लोगों को अब मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। तेजी से बढ़ते जलस्तर के कारण लोगों के घरों में तेजी से पानी घुस रहा है। मूसलाधार बारिश के कारण स्थानीय लोगों के सामने एक बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। भारी बारिश के चलते कच्चे और जर्जर मकानों के ढहने का खतरा भी बना हुआ है। वहीं, बहुत से लोग बारिश से परेशान होकर अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हैं। पुराने शहर के करेली इलाके में गंगा, यमुना, ससुर खदेरी नदी में जलस्तर बढ़ने से लगभग 50 से अधिक मकान पानी में डूब गए हैं।
लोगों का पलायन जारी
सुबह जब लोगों की आंखें खुली तो उन्होंने देखा कि उनके घरों में पानी भरा हुआ था। वहीं संगम तट पर लगातार पानी बढ़ने से निचले इलाके भी बाढ़ की चपेट में आते जा रहे है। पानी में तेज बहाव के कारण पूरे इलाके में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। दारागंज इलाके के दशाश्वमेध घाट के पास रह रहे गरीब तबके के लोगों के घरों में पानी घुस जाने की वजह से उन्हें अपना आशियाना छोड़कर जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल पानी बढ़ जाने की वजह से उनको अपने घरों को छोड़कर इधर-उधर जाना पड़ता है, क्योंकि उनके पास अपने स्थाई मकान नहीं हैं। तराई इलाकों में भी यमुना और गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर ने लोगों के लिए दिक्कतें बढ़ाना शुरू कर दी हैं। अधिकतर लोगों ने पानी की वजह से पलायन करना शुरू कर दिया है।