लखनऊ : बीते दिन सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर टीम-30 की बैठक हुई। इस बैठक में उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई। बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि सीएम योगी इस चुनाव की कमान खुद संभालेंगे। बता दें कि आगामी चुनाव की तैयारी के लिए सीएम योगी ने 30 मंत्रियों की कमेटी बनाकर क्षेत्र में भेजा था। मुख्यमंत्री योगी ने हर विधानसभा सीट पर 3-3 मंत्रियों को तैनात किया है।
प्रदेश सरकार और संगठन मिलकर चुनाव में जीत के लिए करेंगे काम
यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी को जीत दिलाने के लिए प्रदेश सरकार और संगठन मिलकर तैयारियों में भागीदारी निभाएंगे। सीएम योगी की तरफ से गठित 30 मंत्रियों की कमेटी के साथ-साथ सीएम, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल भी 2-2 विधानसभा सीटों पर चुनावी तैयारियों पर नजर बनाए रखेंगे। मुख्यमंत्री आवास पर सोमवार टीम-30 की बैठक हुई, जिस बैठक में उपचुनाव की रणनीति तैयार की गई। वहीं, सीएम योगी प्रदेश के सभी प्रभारी मंत्रियों से विधानसभा चुनाव तक की तैयारियों के बारे में जानकारी भी लिया।
10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर बनी रणनीति
बता दें कि यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने वाला हैं। चुनाव की तैयारी के लिए सीएम योगी ने 30 मंत्रियों की कमेटी बनाकर चुनावी क्षेत्र में भेजा था। मुख्यमंत्री योगी ने हर सीट की जिम्मेदारी 3-3 मंत्रियों को दी है। वहीं, बीजेपी प्रदेश संगठन की तरफ से भी अधिकारीयों की तैनाती की गई है। सीएम योगी ने सभी मंत्रियों को बूथ स्तर तक के संगठन के हालात के साथ-साथ समुदायवार जनता से विभिन्न-विभिन्न मुद्दे पर संवाद करके बीजेपी को लेकर रिपोर्ट्स जुटाने के आदेश दिए थे। बता दें कि यह बैठक ‘टीम-30’ की तीसरी बैठक थी।
बैठक में दोनों डिप्टी सीएम रहे मौजूद
सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पहली बार डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल भी शामिल हुए। बैठक में सीएम योगी ‘टीम-30’ में शामिल सभी मंत्रियों से उनके प्रभार वाली विधानसभा सीट की रिपोर्ट भी मांगी। 17 जुलाई को सीएम आवास पर हुई इन मंत्रियों की बैठक में सभी मंत्रियों से हर महीने दो-दो दिन उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण को कहा गया था। इन मंत्रियों ने उन क्षेत्रों में जाकर अपनी रिपोर्ट तैयार की। रिपोर्ट में मंत्रियों ने न केवल उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों की जरूरत को बताया बल्कि वहां कार्यकर्ताओं से बात करके स्थानीय अधिकारियों की मनमानी के बारे में भी जिक्र किया । मंत्रियों ने बताया कि सबसे ज्यादा दिक्कत थाने और पुलिस में शिकायतें ना सुनने को लेकर है।
आरोपी अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
‘टीम-30’ की मीटिंग में चर्चाएं हुई कि तहसील से जुड़े हुए मामलों में भी शिकायत नहीं सुनी जा रही। सीएम ने कहा कि अधिकारी जिन उपचुनाव वाली सीटों पर नहीं सुनते उनकी सूची मुझे दी जाए। प्रमाण के साथ दी गई सूची के बाद अधिकारियों पर कार्रवाई भी हो सकती है।