लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र की कार्यवाही जारी है। इस बीच प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा को लेकर चर्चाएं की है। इस दौरान सीएम योगी ने कहा महिला और बाल अपराध निस्तारण में प्रदेश पहले नंबर पर है. प्रदेश के अंदर एक महिला थाना हर जनपद में स्थापित करने के साथ-साथ एक अतिरिक्त थाने की जिम्मेदारी भी महिला थानाध्यक्ष को उपलब्ध कराया है.
प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान को बढ़ाने पर जोर
इस दौरान सीएम योगी ने आगे कहा है कि 2020 से हमारी सरकार प्रदेश में मिशन शक्ति अभियान को आगे बढ़ा रही है। मिशन शक्ति के अतंर्गत पिछले 7 वर्षों में हम लोगों ने करीब डेढ़ लाख पुलिस कर्मी की भर्ती की है। 2017 से पहले कुल 10,000 महिला पुलिस भर्ती हुई थी। 2017 से 2023 तक जो भर्तियां हुई हैं उसमें 20,000 महिला पुलिस की भर्ती हुई है। यानि आजादी के 70 वर्षों में जितनी भर्ती हुई उससे दोगुनी भर्ती पिछले 5 वर्षों में हुई है. ये सरकार महिला के सुरक्षा के प्रति गंभीर है”.
पॉक्सो अपराधों में आरोपियों को मिल रही सजा
सीएम ने कहा कि 2022 से 2024 के बीच महिलाओं के खिलाफ पॉक्सो अपराधों में 16718 आरोपियों को सजा सुनाई गई, 21 को फांसी की सजा, 1713 को आजीवन कारावास मिला, 4653 को दस साल या उससे अधिक की सजा मिली, 10331 को दस साल से कम की सजा मिली। सीएम ने आगे कहा कि प्रदेश में इस दिशा में जांच के लिए और अधिक प्रयास किए गए हैं, 2018 से यहां पोर्टल एक्टिविटी चल रही है, इसमें फोकस मॉनिटरिंग की जाती है, महिलाओं से जुड़े अपराधों में काउंसलिंग की पेंडेंसी पूरी की गई है, आज महिलाओं के खिलाफ अपराधों में सजा के मामले में उत्तर प्रदेश देश का तीसरा राज्य है।
सपा पर साधा निशाना
उन्होंने आगे कहा कि सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर है, इसीलिए 2017 में सत्ता में आने के बाद सबसे पहला काम एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन किया गया, जिसका सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने विरोध किया था। उन्होंने यह भी कहा कि इस बात को कहने में कोई संकोच नहीं है कि समाजवादी पार्टी के लोग महिलाओं के खिलाफ अपराधों में सबसे ज्यादा संलिप्त पाए जाते हैं।