लखनऊ : जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शनिवार को आतंकवादी हमले में शहीद हुए राइफलमैन मोहित राठौर का शव आज रविवार को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में उनके पैतृक गांव लाया गया। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई है। अंतिम दर्शन के बाद उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.
2017 में हुई थी सेना में नौकरी
सेना के एक अधिकारी ने यह जानकारी गई है कि पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद मोहित राठौर का अंतिम संस्कार किया जाएगा। बता दें कि राठौर (27) अपने माता-पिता के इकलौते संतान थे। वे 2017 में भारतीय सेना ज्वाइन किए थे। शहीद राठौर का पार्थिव शरीर आज रविवार को बदायूं जिले के इस्लामनगर थाना क्षेत्र के सभानगर गांव लाया गया और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। इसकी सूचना मिलने के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
एक साल पहले हुई थी शादी
इस्लामनगर थाने के SHO प्रभारी हरेंद्र कुमार ने बताया कि राठौड़ किसान नत्थू सिंह का इकलौता बेटा था। उसकी मां कलावती की कई साल पहले मौत हो गई थी। करीब 1 साल पहले उसकी शादी रुचि चौहान से हुई थी। परिवार में पिता, तीन बहनें और पत्नी हैं। दो बहनों की शादी हो चुकी है जबकि एक बहन अभी अविवाहित है। SHO ने आगे बताया कि राठौड़ जनवरी में छुट्टियों पर आया था और फिर 14 फरवरी को ड्यूटी पर वापस चला गया।