लखनऊ : वित्त मंत्री मंगलवार (23 जुलाई) को केंद्रीय बजट पेश की हैं। यह मोदी 3.0 सरकार का पहला केंद्रीय बजट है। इसमें वित्त मंत्री ने लगातार सातवां बजट पेश कर इतिहास रच दिया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का 6 बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड तोड़ा। 2019 में वे भारत की पहली महिला वित्त मंत्री बनीं। उन्होंने इस साल फरवरी में एक ही सत्र में लगातार छह बजट पेश किए हैं। वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट उनका लगातार सातवां बजट है। इस दौरान बजट पेश करते हुए संसद भवन में वित्त मंत्री ने कई बड़े ऐलान किए हैं।
इनकम टैक्स को लेकर बड़ी घोषणा
बजट भाषण में वित्त मंत्री ने इनकम टैक्स को लेकर बड़ी घोषणा की है। बजट में सरकार ने मिडिल क्लास को तौफा दिया है। नए टैक्स सिस्टम में स्टैंडर्ड डिडक्शन को 75000 रुपये बढ़ाया गया है। महिलाओं और लड़कियों को लाभ देने वाली योजनाओं के लिए 3 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान दिया गया है।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की 100 से ज्यादा शाखाएं बनेंगी।
- राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पोलावरम सिंचाई परियोजना को समाप्त किया जाएगा।
- केंद्रीय बजट 2024-25 MSMEs और विनिर्माण, विशेष रूप से श्रम-गहन विनिर्माण पर विशेष ध्यान प्रदान करता है।
- MSMEs को उनके तनाव की अवधि के दौरान बैंक ऋण जारी रखने की सुविधा के लिए नई व्यवस्था का ऐलान।
- मुद्रा ऋण की सीमा ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹20 लाख हुई।
नोट : वित्त मंत्री ने बजट पढ़ते हुए घोषणा की कि आयकर को सरल बनाया जाएगा। समय पर टीडीएस का भुगतान न करना अब अपराध नहीं होगा।