Monday, November 25, 2024

Bareilly News: 23 हिंदू युवक इस्लाम धर्म अपनाकर करेंगे सामूहिक विवाह, बरेली के मौलाना तौकीर ने प्रशासन से मांगी परमिशन

लखनऊ : मौलाना तौकीर रजा खां ने बरेली में 23 हिंदू युवकों का निकाह कराने की घोषणा की है. इसके लिए उन्हें प्रशासन से इजाजत मिल गई है. इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद (IMC) के प्रमुख तौकीर राजा का कहना है कि यह हिंदू युवकों की इस्लाम के प्रति आस्था है. उन्होंने उन मुस्लिम लड़कियों से निकाह करने और धर्म परिवर्तन कराने के लिए IMC को आवेदन भेजा है. उन्होंने बताया कि दो साल पहले दरगाह आला हजरत पर पाबंदी लगाई गई थी कि जो युवक लालच या प्यार के चलते इस्लाम कबूल करना चाहते हैं, उन्हें मुसलमान नहीं बनाया जाएगा. लेकिन पिछले कुछ दिनों में दबाव काफी बढ़ गया है.

युवक-युवतियों ने किया आवेदन

मौलाना तौकीर राजा का कहना है कि IMC के पास 23 ऐसे हिंदू युवकों के आवेदन हैं, जिनमें आठ लड़के और 15 लड़कियां हैं, जो इस्लाम कबूल करना चाहते हैं. इनमें से एक मामला एमपी का सामने आया है, बाकी बरेली और आसपास के जगहों का हैं. पहले चरण में 21 जुलाई को खलील हायर सेकेंडरी स्कूल में पांच जोड़ों का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा. मौलाना ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से वह अभी भी युवाओं के मन से डर नहीं निकाल पा रहे हैं। लड़कियां अपने जीवन में चल रहे हराम कामों से बचना चाहती हैं। मौलाना ने कहा कि अल्लाह जानता है कि आज तक कितनी मुस्लिम लड़कियों ने इस्लाम कबूल किया है। उन्होंने इसका विरोध नहीं किया। उम्मीद है कि उनके इस कार्यक्रम में कोई परेशानी नहीं आएगी। यह कोई गैरकानूनी कार्य नहीं है। संविधान इसके लिए इजाजत भी देता है।

सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया आवेदन

11 जुलाई को आईएमसी के संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने सिटी मजिस्ट्रेट को साक्ष्य सौंपकर 21 जुलाई को पांच हिंदू युवकों का सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करने की परमिशन मांगी है। सिटी मजिस्ट्रेट को दिए गए पत्र में लिखा गया है कि इन हिंदू युवक-युवती की इस्लाम में विश्वास है। वे धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम लड़के-लड़कियों से निकाह करना चाहते हैं। इस काम के लिए उन पर कोई दबाव नहीं बनाया गया है। वे शपथ पत्र देने को रेडी हैं। वहीं मौलाना तौकीर रजा का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन से उन्हें अनुमति मिल जाएगी, क्योंकि वे कोई गैरकानूनी काम नहीं कर रहे हैं।

शहर इमाम ने कहा- अगर बिना जोर-जबरदस्ती के हो रहा है तो निकाह जायज

बता दें कि शाही जामा मस्जिद के शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम ने मौलाना तौकीर की घोषणा पर कहा है कि उन्हें नहीं पता कि आईएमसी ने इस आयोजन को लेकर क्या फैसला लिया है। शरीयत में इसमें कुछ भी गलत नहीं है।

जांच के लिए पुलिस को भेजा गया आवेदन

इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला ने कहा है कि IMC के संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने 21 जुलाई को सामूहिक विवाह की परमिशन के लिए आवेदन किया है। एप्लीकेशन को जांच के लिए पुलिस को भेजा गया है। पुलिस रिपोर्ट को देखने के बाद आगे का फैसला सुनाएगी।

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