Advertisement
  • होम
  • टॉप न्यूज़
  • CM Yogi: आगामी त्योहारों की तैयारी को लेकर की समीक्षा, जनहित के लिए दिए दिशा-निर्देश

CM Yogi: आगामी त्योहारों की तैयारी को लेकर की समीक्षा, जनहित के लिए दिए दिशा-निर्देश

लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए मजबूत कानून व्यवस्था और महत्वपू्र्ण कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए रविवार को शासन स्तर पर वरिष्ठ आधिकारियों, पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तान द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही जनता के हित के लिए आवश्यक […]

Advertisement
CM Yogi: Reviewed the preparations for the upcoming festivals, gave guidelines for public interest
  • July 1, 2024 4:11 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए मजबूत कानून व्यवस्था और महत्वपू्र्ण कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए रविवार को शासन स्तर पर वरिष्ठ आधिकारियों, पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तान द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही जनता के हित के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

संवेदनशील मुद्दों को लेकर सतर्क और सावधान रहें

सीएम योगी का कहना है कि आने वाली 22 जुलाई को श्रावण मास की शुरूआत होने जा रही है। इस अवधि में श्रावणी शिवरात्रि, नांगपंचमी और रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। श्रावण मास में कांवड़ यात्रा भी निकलेगी। 7 से 9 जुलाई तक जगन्नाथ रथ यात्रा, 17-18 जुलाई तक मोहर्रम, 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा जैसे त्योहार मनाए जाएंगे। बरसात के मौसम की शुरूआत भी हो चुकी है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान और स्कूल चलों अभियान का आयोजन भी होना है। जिसको लेकर कल से शुरू होने वाली कानून व्यवस्था, चिकित्सा, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण और संवेदनशील है। जिसको लेकर हर किसी को सतर्क और सावधान रहने की जरुरत है।

कावंड़ यात्रा में सुविधाओं की व्सवस्था समय से करें

सीएम योगी ने आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए निर्देश दिए कि पारंपरिक कावंड़ यात्रा की दृष्टि से उत्तराखंड की सीमा से लगे जनपद और गाजियाबाद, बरेली, मेरठ, प्रयागराज, अयोध्या, बाराबंकी, वाराणसी, प्रयाराज जैसे जिलें बहुत जरूरी है। प्रदेश के अंर्तगर्त जिलों के बीच और सीमावर्ती जनपदों की दूसरे राज्यों के साथ स्थानीय प्रशासन सीमावर्ती राज्यों से लगातार संवाद बनाए रखें है। कावंड़ यात्रा आस्था के उत्साह का आयोजन है। पारंपरिक रूप से नृत्य और संगीत का हिस्सा रहे है। यह सुनिश्चित करें कि डीजे, गीत-संगीत आदि की आवाज निर्धारित मानकों के अनुसार ही होनी चाहिए। डीजे की ऊचांई एक निश्चित समय से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि का खरीद-बिक्री न हो। यात्रा मार्ग पर स्वच्छता बनी रहें। यात्रा मार्गो को चिह्नित करने के लिए भीड़ प्रबंधन, रूट डायवर्जन , पुलिस की तैनाती, सीसीटीवी कैमरों जैसी सुविधाओं की व्यव्स्था समय से कर ली जाए।


Advertisement