NEET UG 2024 Result: NEET परीक्षा में हुई गड़बड़ी के मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने NTA को नोटिस जारी किया है। साथ ही नीट यूजी की काउंसलिंग पर रोक लगाने से फिलहाल इनकार भी किया है। वहीं, Supreme court ने इस याचिका को दूसरी याचिका के साथ जोड़ दिया है। Supreme court ने कहा कि परीक्षा की पवित्रता प्रभावित हुई है, इसलिए हमें एनटीए को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगना बनता है। कोर्ट ने मामले में कहा कि 8 जुलाई को अगली सुनवाई होगी।
क्या है पूरा मामला
NEET यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट , इस बार की परीक्षा में 67 ऐसे छात्र हैं जिन्हें पहला स्थान हासिल हुआ है. यानी उन्हें पूरे 100 फीसदी नंबर मिले हैं. 720 में पूरे 720 नंबर. सबसे बड़ी बात कि TOP करने वाले 67 बच्चों में से 6 बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने एक ही सेंटर पर EXAM दी है, जो कि हरियाणा के झज्जर में है. वहीं इस परीक्षा में कुछ बच्चों के नंबर 718 और 719 आए हैं, जो परीक्षा की स्कीम के लिहाज से गणितीय रूप से बिल्कुल भी मुमकिन नहीं हैं. दरअसल, इस एग्जाम में एक सवाल सही होने पर स्टूडेंट को 4 अंक मिलते हैं. वहीं किसी सवाल का गलत जवाब देने पर मिले हुए अंकों में से एक अंक काट लिया जाता है. अब मानिए कि किसी विद्यार्थी ने सभी सवालों के जवाब लिखे जिसमें सिर्फ एक जवाब गलत हुआ तो उसे 715 नंबर मिलेंगे. अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि फिर किस आधार पर और किस गणित से कुछ छात्रों को 718 और 719 नंबर मिले हैं.इसके अलावा सवाल इस बात पर भी सवाल उठ रहा है कि जब नीट का रिजल्ट 14 जून को घोषित होना था तो इसे 4 जून को क्यों घोषित किया गया? क्या ऐसा जान बूझकर इसलिए किया गया ताकि लोगों का ध्यान चुनाव के परिणामों पर टिका रहे और नीट के रिजल्ट पर कोई बात ना हो? ये सवाल बड़ा हैं, जिनका जवाब शायद किसी जांच के बाद ही मिल सके. फिलहाल तो लगभग 24 लाख विद्यार्थी के डॉक्टर बनने का सपना अधर में लटका है.
SIT जांच की मांग
इसके अलावा इसमें ये भी सवाल उठाया गया है कि एक केंद्र के 67 विद्यार्थी को पूरे 720 अंक कैसे मिल गए? याचिका में कथित रूप से पेपर लीक की जांच पूरी होने तक NEET-UG 2024 प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली काउंसलिंग पर रोक लगाने की मांग उठाई है. साथ ही SIT के गठन की भी मांग की गई है.