लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद (Basti News) से एक गंभीर मामला सामने आया है। जहां पैकोलिया थाना क्षेत्र के मुसही गांव के रहने वाले बीजेपी के कार्यकर्ता रामकिशन ने 19 मई को स्थानीय पुलिस को एक प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया था। जिसमें बताया गया था कि वोटिंग से पहले गांव का सपा नेता लवकुश प्रजापति, सपा के पक्ष में वोट करने के लिए दबाव बना रहा था। लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया और कहा कि मतदान तो उनका अधिकार है, इसलिए वह अपनी मर्जी से ही वोटिंग करेंगे।
ऐसा कहने पर रामकिशन को गाली देकर बेइज्जत किया गया था। वहीं जब उन्होंने इस बात की शिकायत स्थानीय पुलिस से की तो इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद 27 मई को सपा नेता ने रामकिशन को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया।
सपा को वोट नहीं देने पर कर दिया अधमरा
वहीं पीड़ित रामकिशन ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया कि वह गांव के कुछ लोगों के साथ गांव के पोखरे पर गया था। जहां लवकुश और उसके साथी ने उसे घेर लिया और कट्टा लेकर जान से मारने की नियत से दौड़ा लिया। लेकिन उनकी किस्मत अच्छी थी कि उनको गोली नहीं लगी। इसके बाद सपा नेता लवकुश प्रजापति, राजेंद्र प्रसाद, लकी और पूरन ने मिलकर रामकिशन को लाठी डंडे से बुरी तरह से मारा पीटा। इसके बाद रामकिशन को मरा हुआ समझकर वो लोग उसे छोड़कर चले गए। जब कुछ देर बाद गांव के लोगों को जब इस घटना की जानकारी हुई तो वे मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी।
आईसीयू में भर्ती हैं रामकिशन
इसके बाद रामकिशन को गंभीर हालत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। फिलहाल रामकिशन आईसीयू में भर्ती (Basti News) हैं। वहीं पीड़ित रामकिशन के बेटे दीपक ने बताया कि बीजेपी के कार्यकर्ता होने की वजह से सपा नेता लवकुश उससे हमेशा ईर्ष्या रखता था। जब इस मामले को लेकर हमने डीएसपी अशोक मिश्रा से बात की तो उन्होंने कहा कि रामकिशन पर जानलेवा हमला करने के मामले में एक तहरीर मिली थी जिस आधार पर रामकिशन के गांव के ही रहने वाले लवकुश समेत अन्य पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
दूसरी तरफ पुलिस की मामले की जांच कर रही है। अब तक जो भी तथ्य सामने आए हैं उसके आधार पर पुलिस विधिक कार्यवाही कर रही है। पुलिस ने कहा कि किसी को गांव से पलायन करने की जरुरत नहीं हैं। पुलिस उनकी सुरक्षा करने में पूरी तरह तत्पर है।