लखनऊ। देश में लोकसभा चुनाव का जारी है। 1 जून को सातवें यानी अंतिम चरण का मतदान होना है। इसी बीच बीजेपी के नेता और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता नारद राय (Narad Rai) ने एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो के साथ ही नारद राय ने एक बड़ा बयान भी जारी किया है। दरअसल, अपने आवास स्थित एक जनसभा का वीडियो जारी करते हुए नारद राय ने सपा को कड़ी चुनौती भी दी है। इसमें राय ने लिखा है कि लड़ता हूं तो – ताल ठोक कर लड़ता हूँ! मदद करता हूँ तो – ताल ठोक कर करता हूं और विरोध भी करता हूं तो – ताल ठोक कर करता हूं, नारद है श्री राम का, नारद है मां भारती का।
क्या बोले नारद राय?
बता दें कि बीते सोमवार को नारद राय (Narad Rai) ने खुद को जनेश्वर मिश्र के शिष्य एवं राजनारायण के आदर्शों को आत्मसात करके सियासत करने वाला बताया था। उन्होंने कहा कि समय-समय पर जिंदगी में संकट का दौर आता रहता है। हम राजनीति करने वाले लोग उन संकटों का सामना आपके आशीर्वाद की बदौलत करते हैं। राय ने कहा कि जनता के आशीर्वाद की बदौलत विधायक और मंत्री बना पर अब उसूलों से समझौता नहीं हो सकता।
नारद राय ने आगे कहा, तू हमारा इज्जत का ख्याल न करबा तहरो इज्जत का सर्वनाश हो जाई। इहे संकल्प लेकर जाइए, हाथ उठाइए और साइकिल में ताला बंद कीजिए और वोट कहां दिआई बताओ भाई लोगों…” जिसके बाद उन्होंने जय श्री राम का नारा लगाया। इससे इस बात का साफ संकेत मिल रहा है कि वो कहां जा रहे हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो नारद राय दो दिन बाद 29 तारीख को अमित शाह की बलिया में होने वाली रैली में शामिल होंगे।
कौन हैं नारद राय?
दरअसल, छात्र राजनीति से जनेश्वर मिश्र के जरिए मुख्यधारा की राजनीति में कदम रखने वाले समाजवादी विचारधारा के नेता नारद राय सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते हैं। बलिया नगर से विधायक रहे नारद राय सपा सरकारों में दो बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सपा छोड़ बसपा उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ था।
इसके बाद नारद राय ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें शिकस्त मिली। इसके बाद पार्टी में नारद राय की उपेक्षा की खबरें आती रहीं। यही नहीं 26 मई को बलिया लोकसभा क्षेत्र से सपा उम्मीदवार सनातन पाण्डेय के समर्थन में कटरिया में आयोजित चुनावी जनसभा के मंच पर नारद राय भी मौजूद थे। लेकिन सपा चीफ अखिलेश यादव ने सम्बोधन में उनका नाम नहीं लिया, जिसके बाद नाराज होकर उन्होंने सपा से नाता तोड़ लिया। अब उन्होंने ये वीडियो जारी किया है जो कि काफी चर्चा में है।