लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रायबरेली में कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उनके साथ सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और विधायक मनोज पांडेय मौजूद रहे। बता दें कि कांशीराम की मूर्ति सपा के विवादित नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के स्कूल में स्थापित की गई है। इस अनावरण के साथ अखिलेश यादव […]
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रायबरेली में कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उनके साथ सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और विधायक मनोज पांडेय मौजूद रहे। बता दें कि कांशीराम की मूर्ति सपा के विवादित नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के स्कूल में स्थापित की गई है। इस अनावरण के साथ अखिलेश यादव ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं।
प्रतिमा का अनावरण करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कांशीराम जी ने एक नई राजनीति शुरू की। नौकरी के दौरान उन्होंने बहुत भेदभाव झेला। हम यहां बहुजन समाज को बांटने नहीं, जोड़ने आए हैं। बता दें कि रायबरेली कांग्रेस का गढ़ है और वहां कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण करके समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश दलित समुदाय को अपनी तरफ खींचना चाहते हैं।
वहीं जानकारों का कहना है कि दलित वोट बसपा से खिसक रहा है, जिसे साधने की कोशिश में बीजेपी लगी हुई है। इस वजह से सपा भी अब बीजेपी की तरह बसपा के कोर वोटों में सेंधमारी करना चाहती है। अखिलेश यादव दलितों को साधते हुए अंबेडकरवादी और लोहियावादियों को जोड़ने में लग गए हैं।