लखनऊ। यूपी में लोकसभा चुनाव 9Lok Sabha Election 2024) जारी है। इसी बीच सात मई को बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने अपने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी पद से हटा दिया था। इस बात की जानकारी खुद बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया पर दी थी।लेकिन अब उनके इस फैसले का तेजी से विरोध तेज हो गया है।
बसपा में जारी है इस्तीफे का दौर
दरअसल, आकाश आनंद को पद से हटाए जाने के बाद लगातार बीएसपी पदाधिकारी इस्तीफा दे रहे हैं। इसमें अमेठी से बीएसपी नेता राम लखन शुक्ला और राजीव शुक्ला सहित कई नेताओं ने इस्तीफा (Lok Sabha Election 2024) दिया है। जानकारी के अनुसार, नेताओं ने बीएसपी में निष्ठावान कार्यकर्ताओं पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया है। बताया जा रहा है कि ये सभी नेता आकाश आनंद के पक्ष में हैं।
क्या बोली बसपा सुप्रीमो?
बीते मंगलवार (7 मई) को मायावती ने अपने सोशल मीडिया मंच पर लिखा, विदित हो कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है, जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही मैंने श्री आकाश आनंद को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है।
मायावती ने आगे लिखा, इनके पिता आनंद कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।