लखनऊ। खजुराहो सीट से सपा उम्मीदवार मीरा यादव का नामांकन रद्द कर दिया गया। इस मामले में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह से नामांकन निरस्त करना सरेआम लोकतंत्र की हत्या करना है। कहा जा रहा है कि हस्ताक्षर नहीं थे तो फिर देखने वाले अधिकारी ने फार्म लिया ही क्यों? ये सब बहाने हैं और हार चुकी भाजपा की हताशा है। जो न्यायालय के कैमरे के सामने छल कर सकते हैं वो फार्म मिलने के बाद पीठ पीछे क्या-क्या साज़िश रचते होंगे।
अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने आगे कहा कि भाजपा बात में ही नहीं काम में भी झूठी है। सभी प्रशासनिक तंत्र को भ्रष्ट बनाने की दोषी भी है। इस घटना की भी न्यायिक जांच हो, किसी का पर्चा निरस्त करना लोकतांत्रिक अपराध है।
इसलिए रद्द हुआ नामांकन
जानकारी के अनुसार, जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेश कुमार ने नामांकन पर्चे पर साइन न होने और पुरानी नामावली की वजह से मीरा यादव का नामांकन निरस्त कर दिया है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं, जिनमें से एक खजुराहो इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी को मिली है। जबकि अन्य सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। लेकिन अब खजुराहो से विपक्ष पूरी तरह से गायब हो गया। अचानक नामांकन निरस्त होने के कारण मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं।
वहीं लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) से इसे सपा और कांग्रेस के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है। मध्य प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में यह बड़ी घटना है। बता दें कि मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन के समझौते के तहत खजुराहो सीट पर सपा ने 4 दिन पहले डॉक्टर मनोज यादव को मैदान में उतारा था। जब मनोज यादव को टिकट दिए जाने के बाद विरोध शुरू हुआ, तो सपा ने उनका टिकट काटकर मीरा दीपक यादव को टिकट दिया था।