लखनऊ। माफिया मुख्तार अंसारी मिट्टी में दफ़न हो चुका है। हालांकि मुख़्तार की मौत को लेकर सियासत भी तेज है। विपक्षी दल इसे लेकर सरकार पर हमलावर है। दूसरी तरफ लोग भी बंटे हुए हैं। एक माफिया को हैवान बता रहा तो दूसरा वर्ग उसे मसीहा साबित करने में लगा है। इसी बीच एनडीए गठबंधन में शामिल सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने पहली बार मुख़्तार को लेकर बयान दिया है।
मुख्तार अंसारी क्रांतिकारी
मीडिया से बात करते हुए ओपी राजभर ने माफिया मुख़्तार अंसारी की मौत को दुखद बताया। साथ ही जब उनसे पूछा गया कि आप पहले मुख़्तार को क्रांतिकारी कहते थे तो अब क्या कहेंगे? एक वर्ग उसे मजलूमों का मसीहा कह रहा है तो दूसरा वर्ग उसे क्रिमनल और गैंगस्टर बता रहा है। ओपी राजभर ने कहा कि जब गरीबों पर ज्यादती होगी तो उसे बचाने वाले को ही लोग अपराधी कहने लगते हैं। मुख़्तार अंसारी गरीबों की मदद करने वाले थे। मैंने जो उन्हें क्रांतिकारी कहा था उस बयान पर अब भी कायम हूं।
28 मार्च को हुई थी मुख़्तार की मौत
उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को 28 मार्च को हार्ट अटैक आया था। आनन फानन में उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया था। 9 डॉक्टरों की टीम ने उसका इलाज किया लेकिन फिर भी उसे बचाया नहीं जा सका। मुख्तार अंसारी ने कई बार कहा था कि उसे जेल में जहर दिया जा रहा।