Friday, September 20, 2024

Electoral Bond: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से गदगद हुए अखिलेश यादव, भाजपा को लपेटा

लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) को लेकर SBI को 12 मार्च तक चुनाव आयोग को जानकारी देने का आदेश दिया है। जिसके बाद से मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। इसी क्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है। समाजवादी पार्टी के मुखिया के सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर ख़ुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास संसाधन ज्यादा है, इस वजह से लोकतंत्र प्रभावित होता है।

भाजपा हारेगी 400 सीटें

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे इस बात की ख़ुशी है कि SC के माध्यम से सूची आएगी लेकिन क्या भाजपा जनता को यह जानने देगी। भाजपा की ताकत झूठ बोलना है। 2022 में हमने कम संसाधन में भाजपा का मुकाबला किया। वहीं भाजपा के पास बहुत संसाधन है , इस वजह से लोकतंत्र प्रभावित होता है। अखिलेश ने आगे कहा कि इस बार बीजेपी 400 पार नहीं बल्कि 400 सीटों पर हार होगी।

क्या है इलेक्टोरल बॉन्ड

बता दें कि इलेक्टोरल बॉन्ड पॉलिटिकल पार्टी को चंदा देने का एक वित्तीय माध्यम है। यह एक ऐसा वचन पत्र है जिसे भारतीय नागरिक या कंपनी SBI की चुनिंदा शाखाओं से खरीद सकता है। साथ ही उक्त व्यक्ति या कंपनी किसी भी पॉलिटिकल पार्टी को गुप्त तरीके से दान दे सकता है। साल 2017 में मोदी सरकार ने इलेक्टोरल बॉन्ड योजना की घोषणा की थी। इसे 29 जनवरी 2018 को लागू कर दिया गया था।

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