लखनऊ। उतर प्रदेश के बरेली में 10 साल पहले हुए ट्रिपल मर्डर केस में अदालत ने 9 आरोपियों को दोषी माना है। इसमें से 8 को फांसी तो 1 को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। जिसमें से एक महिला का आठ महीने का एक छोटा बच्चा भी है। […]
लखनऊ। उतर प्रदेश के बरेली में 10 साल पहले हुए ट्रिपल मर्डर केस में अदालत ने 9 आरोपियों को दोषी माना है। इसमें से 8 को फांसी तो 1 को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। जिसमें से एक महिला का आठ महीने का एक छोटा बच्चा भी है। फास्ट ट्रैक कोर्ट के स्पेशल जज रवि कुमार दिवाकर ने जब यह फैसला सुनाया तो सभी आरोपी रो पड़े।
ट्रिपल मर्डर केस का फैसला आने के बाद सभी आरोपी कोर्ट रूम में चेहरा ढककर रोते हुए दिखे। जिसके बाद बाहर आते ही फफक कर रोने लगे। इस दौरान सभी का चेहरा कपड़ों से बंधा हुआ था। उसमें से एक दोषी नजमा के गोद में 8 महीने का बच्चा भी था। दोषी ने इस दौरान कहा कि उम्रकैद हो जाती, फांसी मिलेगी इसका अंदाजा नहीं था। हमारे छोटे-छोटे बच्चे हैं, उनका अब क्या होगा?
बता दें कि इस घटना का खुलासा 2 मई 2014 को हुआ था। पीड़ित की तरफ से मुकदमा दर्ज करा कर बताया गया था कि वो पीलीभीत में आयकर विभाग के निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। 21 अप्रैल 2014 को वो अपने घर पीलीभीत के लिए निकले थे। अगली सुबह उन्हें अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा था। वह अपने घर पहुंचे तो में गेट अंदर से बंद था और खिड़की खुली हुई थी। उनकी मां की लाश सीढ़ियों के पास थी और सारा सामान बिखरा हुआ था। लूटपाट के इरादों से उनकी मां पुष्पा देवी, भाई और भाभी की हत्या कर दी गई थी।