लखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से रामलला को लेकर विवादित टिप्पणी की है। सदन में उनके रामलला को लेकर लिए बयान पर बवाल खड़ा हो गया है। उनकी अपनी ही पार्टी के नेताओं ने स्वामी प्रसाद का विरोध करना शुरू कर दिया है। सपा नेता मनोज पांडेय ने स्वामी प्रसाद को मानिसक तौर पर विक्षिप्त बताया है।
धर्म पर समझौता नहीं
मीडिया से बात करते हुए मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि स्वामी प्रसाद का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। वो विक्षिप्त हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि धर्म हमारे आस्था का विषय है और इससे समझौता नहीं किया जायेगा। स्वामी प्रसाद क्या-क्या बोलते हैं, उन्हें खुद नहीं पता होता। पार्टी उन्हें कई बार इस तरह के बयान न देने को बोल चुकी है लेकिन विक्षिप्त हो गए हैं। इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता।
राम को बताया निर्जीव
उत्तर प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के दौरान सदन में बोलते हुए स्वामी प्रसाद ने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर वाहवाही लूटी गई है। जो रामलला हज़ारों साल से पूजे जा रहे हैं तो अरबों-खरबों खर्च करके दोबारा प्राण-प्रतिष्ठा करने का औचित्य क्या था? क्या राम निर्जीव हो गए थे, निष्प्राण हो गए थे जो उनका प्राण-प्रतिष्ठा करना पड़ा।