लखनऊ। 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हो चुका है. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों किया गया. श्रद्धालुओं के लिए 23 जनवरी से राम मंदिर को खोल दिया गया है. सरकार ने राम मंदिर उद्घाटन से पहले ही कई बड़ी सौगातें दी है. इसी बीच अयोध्या को सरकार एक और बड़ी सौगात देने का फैसला की है. बता दें कि सरयू नदी में अयोध्या आने वाले श्रद्धालु वाटर मेट्रो के जल विहार का आनंद उठा सकेंगे. सरकार इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली है.
अयोध्या को एक और बड़ी सौगात
सरकार की तरफ से प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या को एक और बड़ी सौगात मिलने जा रही है. अब सरयू नदी में अयोध्या आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक वाटर मेट्रो के जरिए जलविहार का आनंद उठा सकेंगे. संत तुलसीदास घाट से गुप्तार घाट तक अयोध्या में पर्यटन और जल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाटर मेट्रो का संचालन किया जा रहा है. सरयू नदी में इसके जरिये पर्यटक जलविहा का आनंद लेंगे. भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने दोनों प्वाइंटों पर सरयू किनारे जेटी की स्थापना की है, जहां पर चार्जिंग के लिए प्वाइंट बनाए गए हैं और यात्री यहीं से वाटर मेट्रो पर सवार होंगे.
14 किलोमीटर का होगा सफर
सरयू के किनारे वाटर मेट्रो परिचालन से जुड़े अशोक सिंह ने बताया कि संत तुलसी घाट से करीब 14 किलोमीटर का सफर अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण वाटर मेट्रो गुप्तार घाट तक तय करेगी, जिसमें लगभग 50 यात्री एक साथ जलविहार का आनंद ले सकेंगे. इस वाटर मेट्रो का संचालन पर्यावरण का ध्यान रखते हुए किया जाएगा. इसमें 50 सीटें हैं. मेट्रो को पूरी तरह से एयर कंडीशन बनाया गया है.
चार्ज होकर एक घंटे की यात्रा करने मे सक्षम
कैटा मेरन वैसेल बोट इस वाटर मेट्रो का नाम है. यात्रियों की जानकारी के लिए इसमें डिस्प्ले भी लगाया गया है. यात्रियों के लिए केबिन आगे और बोट पायलट का केबिन अलग हट कर बनाया गया है. वाटर मेट्रो बोट एक बार में चार्ज होकर एक घंटे की यात्रा करने मे सक्षम है. बोट में आपात स्थिति में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।