Wednesday, January 22, 2025

कौन हैं IAS विजय आनंद जिन्हे नियुक्त किया महाकुंभ मेला अधिकारी, जानें यहां

लखनऊ: आज से महाकुंभ शुरू हो चुका है। पहले ही दिन लाखों की संख्या में लोग संगम में पवित्र स्नान कर रहे हैं. जानकारी है कि अभी तक 80 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई हैं। वहीं इस भव्य व पवित्र महाकुंभ की पूरी जिम्मेदारी योगी सरकार के ऊपर हैं। अगर बात करें IAS विजय किरण आनंद की, जिन्हें महाकुंभ की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है तो आइए बताते हैं आपकों कौन है यें.

नए जिले की जिम्मेदारी

महाकुंभ मेले के लिए विशेष रूप से बनाए गए नए जिले के पहले डीएम के रूप में उनकी नियुक्ति ऐतिहासिक है। अब कई लोगों के मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि इतने वरिष्ठ अधिकारी होने के बावजूद उन्हें महाकुंभ 2025 की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी क्यों दी गई है। विजय आनंद 2009 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने CA की पढ़ाई की है। उनका जन्म बेंगलुरु में हुआ है। हालांकि उन्होंने यूपी में कई अहम पदों पर काम किया है।

इस वजह से मिली जिम्मेदारी

बता दें कि IAS विजय आनंद की पहली पोस्टिंग यूपी के बागपत में SDM के रूप में हुई थी, जिसके बाद उन्होंने बाराबंकी में SDO और गोरखपुर जैसे खास जिलों में जिलाधिकारी का पद संभाला है। विजय किरण आनंद को उनके पिछले अनुभव के आधार पर महाकुंभ 2025 की जिम्मेदारी दी गई है। वर्ष 2017 के माघ मेला और वर्ष 2019 के अर्धकुंभ में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आयोजनों में उनकी नेतृत्व क्षमता और कुशलता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें मेलाधिकारी नियुक्त किया है।

इन कार्यों का हैं अनुभव

आईएएस विजय किरण आनंद की शिक्षा और प्रशासनिक अनुभव उन्हें एक काबिल अधिकारी बनाते हैं। वे उत्तर प्रदेश सरकार में स्कूल शिक्षा महानिदेशक, बेसिक शिक्षा के विशेष सचिव और मिड-डे मील योजना के निदेशक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से शुरू होगा और इसे ऐतिहासिक और भव्य बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। विजय किरण आनंद के नेतृत्व में हर छोटी-बड़ी व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उनके अनुभव और कुशल प्रबंधन से इस आयोजन के सफल होने की पूरी उम्मीद है।

सीएम योगी ने जताया भरोसा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजय किरण आनंद पर भरोसा जताते हुए प्रयागराज में होने वाले इस ऐतिहासिक आयोजन की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है। उनके नेतृत्व में महाकुंभ मेला 2025 न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और प्रशासनिक दृष्टि से भी भव्य और यादगार होने की उम्मीद है।

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